General Zia Ul Haq pakistan के छटे president थे। जिया उल हक के कई चेहरे थे जिस भी व्यक्ति ने जिया उल हक का मजाक उड़ाया तख्तापलट के बाद जिया उल हक ने पूरी दुनिया के खिलाफ जाकर भी उस व्यक्ति से बदला लिया। जिया उल हक ही पाकिस्तान के वह लीडर थे जिन्होंने पाकिस्तान का पूरी तरह इस्लामीकरण कर दिया था।
जिया उल हक पंजाब के जालंधर में पैदा हुए थे। british राज में वह अपने पिता के दूसरे लड़के थे उन्होंने अपनी पढ़ाई शिमला और दिल्ली में रहकर करी और 1950 में shafia बेगम से शादी कर ली उनकी पहली बेगम की मृत्यु 1996 में हो गई थी। जिया उल हक का पूरा परिवार ही कट्टर मुसलमान था। जहां पाकिस्तान की शुरुआत ही इसी thought से की गई थी कि हर जाति हर धर्म के लोगों को बराबर के अधिकार दिए जाएंगे जिया उल हक ने तख्तापलट के बाद इन सभी अधिकारों को हटा दिया।
12 मे 1943 में जिया उल हक को British Indian Army में सम्मिलित कर लिया गया । जब पाकिस्तान को independence मिला तो जिया उल हक ने नए पाकिस्तान में captain के रूप में पाकिस्तान army join की। इसके बाद धीरे-धीरे उनके promotions होते गए और वह lieutenant general की post पहुंच गए।
1 मार्च 1976 को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने जिया को पाकिस्तान के Army Chief के रूप में नवाजा और चार सितारे भी लगाएं। जिया ने कभी भी Bhutto को prime minister कहकर नहीं पुकारा बल्कि हमेशा ही उन्हें sir कह कर नवाजा।
zulfikar Ali Bhutto, अपने chief of Army staff को zia केहकर या उनकी post से नही पुकारते थे बल्कि सबके सामने उन्हें ‘मेरा बंदर ’कहकर बुलाते थे . तब तो दिया ने उनकी बात का zia ने कोई जवाब नहीं दिया क्योंकि उसे पता था कि उसका समय भी आएगा।
समय बीतता रहा, प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को उनके समय में कड़ी निंदा सुननी पड़ रही थी। जुल्फिकार अली भुट्टो ने zia को chief of Army staff इसीलिए बनाया था क्योंकि उन्हें लगता था कि नहीं अच्छे अंग्रेजी बोल सकता है और ना ही यह कभी अपने आप तख्तापलट कर सकता है। पर उन्हें पता नहीं था कि जितना भी opposition उन्हें झेलना पड़ रहा है वह जिया उल हक का ही plan किया हुआ है ।
और समय आने पर उन्होंने 5 जुलाई 1977 में तख्तापलट करके पाकिस्तान में military शासन लगा दिया ।
इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री जुल्फिकार भुट्टो को जेल में बंद कर दिया । Zia ने पाकिस्तान की पूरी जनता को यह वादा किया कि अगले 90 दिनों में सही तरीकों से elections करवाएगा। पर उन्होंने ऐसा करा नहीं उन्होंने पाकिस्तान के हर बड़ी position पर अपने वफादार लोगों को बैठा दिया और प्रधानमंत्री जुल्फिकार भुट्टो को झूठ murder के इल्जाम में सजा ए मौत दे दी।
16 सितंबर 1978 में खुद को ही पाकिस्तान का president declare कर दिया और अगले 11 साल तक पाकिस्तान पर राज किया । उन्होंने संविधान में सारे बदलाव कर दिए और अपनी power को बढ़ा दिया। इसके अलावा उन्होंने हर दूसरी parties को किसी ना किसी इल्जाम के चलते ban कर दिया था अगले कुछ सालों में जिया ने पाकिस्तान में extreme इस्लाम law को बढ़ावा दिया और अपने आखिरी के दिनों में भी president की कुर्सी पर ही जान दी।
ऐसे ही sharp और intelligent criminal की कहानी है Don 3
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