Roohi के पिता विवेक की होली की छुट्टी समाप्त हो गई विवेक की duty जाने का समय आ गया था। इस तरह भारी मन से विवेक अपने जज्बातों को समेटे हुए duty पर चला जाता है । इधर रूही और उसकी मां दोनों आंखों में आंसू लिए वापस घर के अंदर चली जाती है दोनों एक दूसरे से कोई बात नहीं करती घर में बिल्कुल सन्नाटा छा जाता है। उधर border पर पहुंचने पर विवेक अपने शिविर में पहुंचता है यहा उसके दोस्त आदित्य से उसकी मुलाकात होती है।
यहाँ रूही की दोस्त बबली का जन्मदिन होता है। बबली के पिताजी ने त्रिपुरा की एक बड़े hotel में भव्य आयोजन किया था। वह रूही के घर पर न्योता देने भी आते है । शाम को रूही अपनी मां के साथ grand hotel पहुंचते हैं वहां पर बहुत सारे लोग आए हुए होते हैं । बबली एक सुंदर सी परी जैसी frock पहन एक बड़ा सा cake काटती है। इस तरह की जन्मदिन की पार्टी में बच्चे लोग खूब मजा मस्ती करते हैं। आखिर में सबसे अच्छा dance करने वाला बच्चा और सबसे सुंदर गाने गाने वाले बच्चे को बबली के पिताजी एक सुंदर सा gift देते हैं। सभी बच्चे खुश होते हैं । रूही ही घर लौट कर अपनी मां से भी ऐसे ही birthday party की इच्छा जताती है। रूही की मां भी उसे है कर देती है , और उसके पिताजी के आने का इंतजार करने के लिए भी। दूसरे दिन रूही अपने पापा को phone करके birthday party की सारी बातें बताती है और पापा से वैसी ही birthday party मनाने को कहती है ।
विवेक भी उसे बताता है की उसने छुट्टी की बात कर ली है और वो उसके birthday से एक हफ्ते पहले ही आ जायेगा। रूही बहुत खुश हो जाती है।
विवेक की छुट्टी का दिन आ गया होता है। वह वहा से निकलने वाला ही होता है की खबर आती है की सीमा पार से कुछ आतंकवादी सीमा के अंदर बुरे इरादो से घुस आए है इसलिए उसकी छुट्टी cancel की जाती है।
तभी रूही विवेक को call करती है। विवेक उससे कहता है की उसे आने मे दो तीन दिन और लगेंगे । विवेक उन्हें खतरे का अंदाजा नहीं होने देता । पर news से सब पता चल जाता है। दोनो मां बेटी का दिल बैठ जाता है। तभी आदित्य अपनी छुट्टी रद्द करवा देता है और उसके बदले विवेक को छुट्टी मिल जाती है। विवेक घर आ जाता है और रूही का जन्मदिन धूम धाम से मनाया जाता है।
सभी enjoy कर रहे होते है तभी विवेक के phone पे call आता है की आदित्य को दुश्मनों की गोली लगी है। और वो सैन्य hospital मे भरती है। आदित्य जिंदगी और मौत से लड़ रहा होता है।
भारी मन से विवेक उससे मिलने जाता है। पर जब वो वहा पहुंचता है तो pata चाला की आदित्य पहले se बहुत बेहतर condition मे था।जल्द ही वो पूरी tarah से ठीक हो jata है और कीर्तिचक्र के लिए उसका भी नाम पुरुस्कृत किया जाता है।
ऐसे ही वीर जवान की कहानी होने वाली है shahrukh khan starrer Jawan
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apoorva