दिल्ली के अखबार में एक add छपा था जिसने सुर्खियां बना रही थी। दरअसल दिल्ली के एक जाने-माने businessman ने अपनी बेटी के लिए रिश्ता ढूंढने के लिए अखबार में add दिया था। शर्त केवल यह थी कि लड़का घर जमाई बनने के लिए तैयार होना चाहिए था । उसके अलावा लड़की को वह south delhi में कोठी और सारे आसाराम देने के लिए तैयार थे।
ये add महेंद्र नाम के लड़के ने देखा और उसे लगा कि यह उसके जीवन के लिए सही रहेगा। एक अमीर लड़की से शादी साथ में आलीशान घर। उसने दिए गए number पर phone किया और meeting fix की।
उसके बाद लड़की के पिता ने लड़के की छानबीन भी की, सब पता किया और लड़का सही पता पड़ने पर आनन-फानन में शादी कर दी गई । महेंद्र अपनी पत्नी के घर आकर रहने भी लगा था और सब ठीक चल रहा था।
पर कभी कबार यह दिनों के लिए महेंद्र गायब हो जाता।
सब ठीक चल रहा था और महीनों बीत गए। 23 जुलाई 2003 को नरेश नागपाल अपनी पत्नी के साथ गुरुद्वारे जा रहे थे । गुरुद्वारे से वापस आने के बाद जब अपने घर में लौटते हैं तो देखते हैं कि उनकी तिजोरी में तोड़फोड़ हो रखी थी और पूरे एक करोड़ बीस लाख cash गायब था। तुरंत पुलिस को बुलाया गया और उसने उसने अपनी जांच शुरू करी। जांच में देखा गया कि किसी भी तरह की forced entry घर के अंदर नहीं हुई है यानी काम किसी ऐसे व्यक्ति का था जो घर में आता जाता रहता था । घर में रहने वाले केवल चार ही लोग थे, नरेश अग्रवाल उनकी पत्नी उनकी बेटी और उनका दामाद।
सब वहां मौजूद थे पर दामाद दोपहर से ही गायब था । उसके पास 5 cellphone थे पर उनमें से एक भी चालू नहीं हो रहा था। पुलिस सीधा-सीधा दामाद पर शक नहीं कर सकती थी और उसे दूसरी तरफ यह भी चिंता थी कि कहीं किसी ने महनेद्र को कुछ करना दिया हो।
पुलिस ने महेंद्र की जासूसी करना शुरू किया। पता चला कि महेंद्र already शादीशुदा था। और उसका एक 2 साल का बेटा भी था। नरेश नागपाल की बेटी मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर थी इसीलिए आनन-फानन में शादी करा दी गई। और उन्हें इस बात की कोई खबर ही नहीं थी कि उनका दामाद पहले से ही शादीशुदा है।
जब police ने बताया तो वह इतना चौक गए कि उन्होंने पुलिस की बात ही मानने से मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने जब उन्हें सबूत ढूंढ कर महेंद्र की पहली पत्नी की photos उन्हें दिखाएं तो और भी चकरा गए । क्योंकि यह वही लड़की थी जो महेंद्र साथ रिश्ता लेकर उनके घर आई थी और खुद को महेंद्र की बहन बता रही थी।
महिंद्र के बारे में और जानकारी दी गई तो पता चला कि वह बरेली का रहने वाला है पर सालों से वहां नहीं गया था। पुलिस को शक हुआ कि यदि यह बरेली का रहने वाला है तो यह इतने पैसों के साथ वहां घर लेने की जरूर सोची होगी। इसी investigation के बीच पुलिस ने बरेली में सारे real estate agents को चौकन्ना रहने के लिए कहा ,जिनमें से एक ने बताया भी कि महेंद्र आया था। पर deal पूरी नहीं हुई और किसी भी तरह का सबूत भी नहीं छोड़ कर गया।
पुलिस के एक बार फिर निराशा हाथ लगी, लेकिन उन्होंने तफ्तीश नहीं छोड़ी। उन्हें पता था कि महेंद्र के साथ एक 2 साल का बच्चा भी है तो उसके लिए दवाई या baby food लेने के लिए महेंद्र किसी न किसी medical store पर जरूर जाएगा । पुलिस ने अपनी team medical stores पर लगा दी। इन्हीं में से एक store par पुलिस बात करने जा रही थी तब वहां खुद महेंद्र को खड़ा देख लिया और वहां से उसे दबोच लिया गया । इसके बाद सारे गहने और पैसे वापस मिल गए और उसकी पत्नी को भी दिल्ली में लिया गया। दोनो को लूटपाट और धोखेबाजी के xase मे अंदर डाला गया।
ऐसे ही चोरों की कहानी होने वाली है bade miyan chote miyan 2
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Apoorva