जिस तरह लोगो के दिल में मुन्ना भाई एमबीबीएस ने अपनी जगह बनाई थी, ठीक उसी तरह जब director राजकुमार हिरानी ने दो साल लगा दिया थे “लगे रहो मुन्ना भाई” फिल्म को लाने में और जब दर्शकों ने उस फिल्म को देखा तो उन्हें समझ आ की आखिरी क्यों राजकुमार हिरानी ने लगे रहो मुन्ना फिल्म को लाने में अपने दो साल लगा दिए थे। जब राजकुमार हिरानी से पूछा गया था कि उन्होंने क्यों दो साल लगा दिए ? इसके सीक्वल को लाने में , तो उन्हें बताया था कि “वो इस सीक्वल को वकिलो पर focus करके बनाना चाहते थे लेकिन जब उन्होंने कहानी पढ़ी तो उन्हें उस कहानी में कुछ खास नहीं लगा और इस सीक्वल को पूरा करने के लिए इन्होंने इसपर लगातार दो साल तक काम किया और आखिरकर वो जैसे उस फिल्म को बनाना चाहते थे वैसी ही फिल्म बनी, जिसमें इन्होंने वकिल के life कि ओर घूमने वाले कुछ scene को शामिल भी किया था। “लगे रहो मुन्ना भाई’ ऐसे मूवी में से थी जो 21वी सदी की शुरुआत के साथ भारतीयों की सोच से जुड़ी हुई कहानी थी और उसमें वही सब दिखाया गया था जो उस वक्त आम लोगों के जिंदगी के बीच चल रही थी, जिसके साथ साथ मेकर्स ने इस फिल्म में हंसी के साथ दिल को छूने वाले संदेश को देने की कोशिश की थी और कहीं ना कहीं दर्शकों तक राजकुमार हिरानी का संदेश पहुंच भी गई थी। लगे रहो मुन्ना भाई में भी संजय दत्त ने एक गुंडे का ही रोल निभाया था और फीमेल के लीड रोल में इस बार मेकर्स ने विद्या बालन को कास्ट किया था जिसमें वो रेडियो जॉकी जाह्नवी का रोल निभायी थी। इस मूवी में संजय दत्त और विद्या बालन के चारो तरफ हो रही कहानी को दिखाया गया था, जिसमें संजय दत्त, एक दिन विद्या बालन की आवाज को एफएम रेडियो पर सुनते हैं जिसके बाद वो उनके आवाज़ के दीवाने हो जाते है, जिसके बाद से मुन्ना की लाइफ पहले से और अच्छी हो जाती है, वो और अच्छे से अपने दादागिरी को चलाने लगते हैं और रोज घंटा भर रेडियो सुनते थे, ताकि उनको विद्या बालन की आवाज़ सुनने को मिल पाए। लेकिन उस सीन को शूट करना उतना आसान भी नहीं था जितना फिल्म देखने से लगता है क्योंकि विद्या बालन एक हीरोइन है और उन्होंने कभी भी एफएम रेडियो में काम नहीं किया था, यहां तक कि उनको एफएम रेडियो के बारे में ज्यादा कुछ पता भी नहीं था, अब राजकुमार हिरानी को समझ नहीं आ रहा था कि वो इस problem से कैसे बहार निकले ? तो एक दिन उन्होंने आरजे मलिष्का को सुना और जिस तरह से उन्होंने “गुड मॉर्निंग, मुंबई” बोला मानो उस लाइन ने राजकुमार हिरानी को अपनी तरफ attract किया और जिसके बाद राजकुमार हिरानी खुद आरजे मलिष्का से मिलने उसके ऑफिस गए थे, और उनको उन्होंने अपने मूवी के बारे में बताया और आरजे मलिष्का मूवी को करने के लिए तैयार हो गई थी, एक इंटरव्यू में आरजे मलिष्का ने बताया था कि “लगे रहो मुन्ना भाई करना उनका लाइफ का सबसे बेस्ट decision था” और आज उन्हें हर कोई जानता है बॉलीवुड में सिर्फ और सिर्फ लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म के वजह से।
विद्या बालन को पहले ही बता दिया गया था कि उनका रोल किया होगा ? तो उन्होंने पहले से ही अपने ऊपर काम करना शुरू कर दिया था, जिसके बाद उन्हें अब आरजे मलिष्का से सिर्फ ये सीखना था कि आरजे कैसे काम करते हैं, जिसके लिए विद्या बालन रोज कुछ वक्त आरजे मलिष्का के साथ बिताती थी ताकि वो अच्छे से खुद को एक आरजे के रूप में ढाल ले और जब दर्शक उनको इस रोल में देखे तो उनको भी ये सच लगे कि ये सच की कोई आरजे ही है, और ऐसा ही हुआ था जब लोग विद्या बालन को सच में आरजे समझने लगे थे । काई लोग तो ये भी सोचते थे कि राजकुमार हिरानी के साथ अनुष्का शर्मा की पहेली मूवी पीके थी, लेकिन आज आप ये जान कर चौक जाएंगे की,” लगे रहो मुन्ना भाई में राजकुमार हिरानी ने अनुष्का शर्मा को भी कास्ट किया गया था।” एक सीन में संजय दत्त एक दिवार के पास से गुजरते है जिसपर एक लड़की एक पोस्टर लगा रही होती है , तो वो कोई और नहीं अनुष्का शर्मा ही थी जिसको इस रोल के लिए कास्ट किया गया था। तो ये कुछ फैक्ट्स हैं लगे रहो मुन्ना भाई से related, आपको ये फैक्ट्स कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताइएगा और तब तक आप अपना ध्यान रखिए और हमेशा मुस्कुराते रहिए।
Chandan Pandit