धूम 4 की हमारी कहानी में अब एक अलग ही मोड आ चुका है। अब सक्सेसफुल बिजनेसमैन रणविजय सक्सेना पूर्वी जो scientist अशोक की बेटी है उसे अपने ऑफिस में जॉब देने का फैसला करता है और पूर्वी भी उसके साथ काम करना चाहती हैं। पर यह बात एसीपी जय दीक्षित को बिल्कुल भी पसंद नहीं आती। एक तरफ अशोक के मर्डर का investigation था और दूसरी ओर Jay के मन में पूर्वी को लेकर कुछ खास फिलिंग्स थी, इसलिए उसे थोड़ी सी जलन हो रही थी।
Job की खुशी में रणविजय पूर्वी को अपने घर लंच पर बुलाता है, पर पूर्वी के दिमाग में कई सारी चीजें चल रही होती है। वह वहां मौजूद paintings की तरफ देखती रहती है। रणविजय का अकेला रहना, गणपति बप्पा को अपना दोस्त कहना इन सारी बातों से उसके दिमाग में पता नहीं क्या चल रहा था। उसी वक्त रणविजय उससे कहता है,” क्या हुआ? क्या तुम्हें यह सारी पेंटिंग्स पसंद आई है? अगर पसंद आई हो तो बोलो, हम तुम्हारे लिए एक खास पेंटिंग बनवा लेंगे। या तो तुम्हारी ही एक तस्वीर बनवा सकते हैं, बोल के तो देखो”। इस पर पूर्वी हल्की सी smile देकर ना कहती है।
दूसरी ओर अली जय को पूर्वी के नाम से चिढ़ाता रहता है और उसका मजाक उड़ाता है, पर यह सब कुछ जय को पसंद नहीं आता। एक तो उसे अपने सीनियर से warning मिली है कि अगर case का investigation 10 दिनों के अंदर नहीं हुआ, तो उसे case से हटाया जाएगा और ऊपर से उस पूर्वी के लिए भी वह परेशान था।
ऐसे ही वक्त बीत जाता है और जय को दिया हुआ वक्त खत्म होता है। उसे सीनियर से पता चलता है कि, उसे इस case से हटाया गया है क्योंकि मीडिया scientist की case को लेकर काफी प्रेशर बढ़ा रही है, ऐसा उन्होंने कहा।
दूसरी ओर पूर्वी ऑफिस join कर लेती है, तब रणविजय के cabin में पेपर्स साइन करके उसे गिफ्ट के तौर पर गणपति बप्पा की एक मूर्ति और महंगा पेन देता है। रणविजय पूर्वी को बहुत सारी बधाइयां देता है और तभी पूर्वी को कुमार का कॉल आता है, यह बताने के लिए कि जय को इस case से हटाया गया है। पूर्वी यह सुनकर काफी शौक होती है। यह बात रणविजय को पता नहीं होती, वह तो अपने ही काम में busy होता है। वह सारी चीजें समेटते हुए पूर्वी का cabin खुद set करता है और excitement में खुद से ही बातें करते रहता है,” अरे पूर्वी उठो, desk देखो। अरे यह क्या पेपर्स तो यही रह गए और मेरा दोस्त भी यही रह गया और इस पेन से ही काम की शुरुआत करना, सुन रही हो ना पूर्वी?”।
पर पूर्वी अलग ही टेंशन में होती है। पूरा दिन पूर्वी का काम में ध्यान नहीं होता और वह रणविजय से यह बात शेयर करती है।
घर जाकर पूर्वी जय को कॉल करने की कोशिश करती है, पर जय कॉल नहीं उठाता। पूर्वी अपने ही खयालों में खोई रहती है और अचानक उसके दिमाग में एक घंटी बजती है, जैसे मानो किसी बात को याद करके उसे शॉक लगा हो। वह तुरंत जय को message करती है और Jay वह message पढ़ भी लेता है।
फिर धीरे-धीरे वक्त बीतता जाता है। पूर्वी किसी ना किसी तरह खुद को काम में बिजी रखती है। इसी दौरान रणविजय और पूर्वी की नजदीकियां बढ़ जाती है। फिर एकदम से रणविजय पूर्वी से शादी को लेकर बात करता है। “पूर्वी लड़कियां Job करने के बाद अपने future के बारे में काफी ज्यादा सोचती है, मतलब पार्टनर के बारे में, तो तुम्हारा क्या ख्याल है?”। पूर्वी कहती है,” क्या तुम्हारे पास कोई option है?”। जिस पर रणविजय तुरंत ही कहता है,” options तो बहुत सारे होंगे, पर मैं नहीं चाहता कि तुम किसी दूसरे option को देखो, जब कि तुम्हारे सामने पहले से ही एक option मौजूद हो”। ऐसा कहने पर पूर्वी शर्मा जाती हैं और कहीं ना कहीं वह दोनों एक दूसरे से शादी करने के फैसले के बारे में सोचते हैं।
तो क्या होगी पूर्वी और रणविजय की शादी? और क्या होगा जय दीक्षित का हाल? जानेंगे अगली post में।