राजसमंद में 4 साल एक मासूम के पुनर्जन्म ki kahaani hai. दरअसल यहां किंजल नाम की एक मासूम ने अपने परिवार को ऐसी बाते बताई, जो चौंकाने वाली थी। 5 बहनों में सबसे छोटी बच्ची ने अपने माता पिता से उसका पूर्वजन्म 30 किलोमीटर दूर एक गांव में की होने की बात कही। साथ ही यह भी कहा कि उसके दो भाई है। बच्ची कह रही थी कि आग से जलने के बाद एंबुलेंस उसे यहां छोड़ने गई है। बताया जा रहा है कि कई दिनों से वो भाई और मां से मिलने की जिद पर अड़ी हुई थी।
मां दुर्गा ने बताया कि बार-बार पूछने पर किंजल ने बताया कि वो आग से जल गई थी और बाद में उसे एंबुलेंस यहां छोड़कर चली गई। पापा ट्रक चलाते थे। उसके परिवार में दो भाई और दो बहने हैं। खेत और घर के बाहर फूल के कुछ पौधे होना भी बताया। बच्ची के बीमार होने की आशंका मानते हुए परिजन उसे कई मंदिर – देवरों में भी ले गए, मगर सब जगह बच्ची को नॉर्मल बताया गया। परावल में मासूम द्वारा कही गई ये सब बातें आसपास के गांवों में भी चर्चा का विषय बन गई। इसी बीच परावल से 30 किलोमीटर दूर पिपलांत्री गांव तक भी जब ये बात पहुंचीं तो गांव में आग से जलकर दम तोड़ चुकी उषा नाम की महिला के परिवार को भी यह जानकारी मिली। उषा का पीहर पीपलांत्री और ससुराल ओडन में है।
उषा की मां गीता पालीवाल ने बताया कि किंजल उसके गांव में भले किसी रिश्तेदारों से नहीं मिलती हो। लेकिन जब वो हमारे गांव आई, तो ऐसी प्रतिक्रिया दे रही थी मानों वो बरसों से हमारे गांव और घर को जानती हो। उषा को जानने वाली कई महिलाओं के पास जाकर किंजल ने बात भी की। वो कभी घर की छत, तो कभी घर के चौक में दौड़ने लगी। यही नहीं किंजल ने हमारे घर के बाहर खड़े होकर उन पौधों के बारे में पूछा जिन्हें हमने 7 – 8 सालों पहले हटा दिया था। उसने मेरी दोनों छोटी बेटियों और बेटों से भी बात की और खुब प्यार किया।
Kehte hain punarjanam hona matlab dubara ek aur mauka milna manav yoni mein paida hone ka aur ek baar phir se sab kauch paane ka mauka. Aise hi ek movie aayi thi 13 january 1995 mein naam tha karan arjun. Aur is movie ke director the Rakesh Roshan. Is movie mein unhone punarjanmi do bhaiyon ki kahaani hi dikhaayii thi. Ab itne saalon baad phir se iske dusre part banne ki baat uth rahi hai, to ab dekhna ye hain ki is baar kya nyaa hoga movie mein dekhne layak.