एक आस्तिक और नास्तिक की love story!
Ishu और Jony दोनो की मुलाकात उनके mutual friend की वजह से हुई और आज उनकी first date है। अभी तक दोनो ने phone पर calls, text पर बातें करी थी, लेकिन आज वो पहली बार आमने सामने से मिल रहे थे।
पहली date पर ही ishu और Jony एक दुसरे से इतने घुल मिल गए की दोनो ने heart to heart वाली बातें करने लगे।
जो अगर ishu ध्यान दे तो अक्सर couples ऐसी बातें at least तीसरी या चौथी date पर करते है। लेकिन वो दोनो एक दुसरे के साथ comfortable थे और एक दुसरे को हंसा भी रहे थे। और अभी अभी 1 साल की relationship से बाहर निकलने के बाद ishu को खुद तो लिए ऐसे ही पल चाहिए थे।
लेकिन उनका दो महीने के रिश्ता अब ऐसा लगा जैसे दो साल का रिश्ता बन गया हो। और 2 महिने में उन्हे समझ आया की उन दोनो की personalities कितनी अलग है।
हालाकी Ishu ने सोचा नहीं था, कि ये उनके रिश्ते के लिए इतना important मामला होगा। लेकिन एक issue था – Jony का Christianity धर्म को मानना और Ishu का किसी भी धर्म में विश्वास ना रखना।
जहां एक तरफ jony आस्तिक था, वही ishu नास्तिक थी।
Ishu और Jony के thoughts, morals और ethics हमेशा match करते थे, लेकिन जब बात धर्म पर आती तो दोनो की बाते बस एक दुसरे की बातो को काटती थी। Ishu को समझ नही आता था कि वो इस issue को तैसे संभाले। उन्होने अभी-अभी अपने आप को एक रिश्ते में ढाला था, लेकिन शुरूआत में ही उन्हे एक mature और complex issue का सामना करना पड रहा था।
Ishu एक नास्तिक होने की वजह से jony से धर्म से related कुछ नही चाहती थी, लेकिन jony ईसाई होकर, Ishu से सब कुछ माँग रहा था।
Ishu को चिमता होने लगी थी कि कही एक दिन ऐसा ना आए जब वो jony के christian धर्म को ज्यादा value देने की वजह से उसे blame करे।
क्योकी Ishu जानती थी कि उसका नास्तिक होने पर जोर डालना, भी jony को खुद का christian धर्म follow करने से रोक रहा था। एक तरह से वो दोनो धर्म पर विश्वास करने और ना करने पर ही अटक कर रह गए थे।
हालाकी ishu के लिए jony बहुत ही caring और loving है। जब भी ishu उनकी relationship के टूटने के डर से रोती या परेशान होती, jony उसे हमेशा समझाता की सब ठीक होगा।
और अगले कुछ हफ़्तों में, एक समय ऐसा आया जब jony ने ishu को आने वाले रविवार को अपने साथ चर्च आने के लिए कहा।
हालाँकि ishu बचपन में कई बार चर्च में गई हुई थी, फिर भी उसे झिझक महसूस हुई। त्योकी उसकी spiritual morality, बेशक jony से अलग थी। और ishu के लिए church जाना इतना important नही था।
और तब ishu ने कहा कि पहले एक-दूसरे को जानने कि कोशिश करनी चाहिए। किसके क्या पसंद है और क्या नही। कितना हम एक दुसरे के लिए compromise करने को राज़ी है। लेकिन ishu की बातो को सुनकर, पहली बार jony उससे दूर हुआ। उसकी आँखों में उदासी और निराशा थी।
Ishu को समझ नही आ रहा था कि वो इस matter के लिए इतना sensitive क्यो है। वो धर्म में निश्वास नही रखती, इससे jony को इतनी दिक्कत क्यो हो रही थी।
लेकिन jony के expression को देखकर ishu guilty feel कर रही थी। और अब, jony के साथ चर्च जाने का फैसला करना और मुश्किल हो गया था।
लेकिन फिर भी वो sunday को church गई और service खत्म होने के बाद jony थोडा घबराया हुआ था। ishu ने महसूस किया कि जब jony ने अपने दोस्तों से मिलवाया तो वो और ज्यादा घबराया हुआ नजर आने लगा।
तभी अचानक Jony ने अपने दोस्तो के सामने कहा कि वो दोनो थोडी problems face कर रहे है, और definitely कुछ बाते ऐसी है जिन पर उन्हे work करना है।
और Ishu को समझ आया कि वो उस पर शर्मिंदा था। यह पहली बार था जब ishu को लगा कि उसके साथ इतना अन्याय हुआ है।
Ishu भी जानती थी कि उनकी relationship में दिक्कते है, लेकिन jony का सबके सामने इस बात का कहना, ये ishu ने भी expect नही किया था।
जब वो दोने अकेले थे, तब jony ने उसे sunday experience के बारे पुछा। Ishu उससे झुठ नही बोलना चाहती थी इसलिए उसने बताया की वही same normal experience था।
Ishu को jony के चेहरे पर dejection, disappointment साफ नजर आ रही थी।
शुरू से ही, उन दोनों ने accept किया कि ये रिश्ता आसान नहीं होगा। लेकिन sunday incident से जैसे jony को कुछ समझ आ गया था और वो और ज्यादा distant रहने लगा।
और हिम्मत करके ishu ने उसका सामना कर ही लिया। और तब jony ने उसे अपनी चिंताए बताई कि उनके religious faith में अंतर आगे जाकर उनके future में दिक्कते खडी करेगा। अगर उन्होने शादी कर भी ली, तो आस्तिक नास्तिक में बटे घर में यही problem उनके बच्चो के सामने फिर खडी होगी।
और उसकी बातो से साफ था कि दुस तरह से वो खुद को बिना faith के Christian में बदलना नही चाहती थी, वैसे ही jony भी अपना future किसी नास्तिक के साथ imagine नही करना चाहता।