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Police को लगा तगड़ा झटका
आज की कहानी एक ऐसी लड़की की है जो हनीमून मनाने साउथ अफ्रीका जाती है और वहां उसका मर्डर हो जाता है और एक सुनसान पड़ी सड़क पर कार के अंदर उसकी डेड बॉडी मिलती है। यह कहानी है एनी दीवानी की। डेड बॉडी मिलने के बाद पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट निकलती है मगर रिपोर्ट में कुछ नहीं निकलता।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद अब पुलिस इस बात का इंतजार करने लगी कि शायद उन्हें उस कार से कोई एविडेंस मिल जाए क्योंकि क्राइम सीन से तो उन्हे कुछ पुख्ता सबूत मिला नहीं था। इसी बीच एनी के पिता विनोद हिंदूजा भी 14 नवंबर 2010 की रात 11:00 बजे केपटाउन पहुंच जाते हैं और फिर shrien देवानी से मिलते हैं, उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर उन किडनैपर्स ने एनी को गोली क्यों मारी जबकि वह फिरौती देने की पूरी तैयारी के साथ वहां पहुंचे थे। क्योंकि साउथ अफ्रीका में किडनैपिंग होना एक आम बात थी, उन्हें लगा कि वो वहा पहुंचेंगे उसके बाद फिरौती देकर एनी को बचा लेंगे, मगर अफसोस कि ऐसा होने से पहले ही anni की मौत हो चुकी थी और अब वह चाहते थे कि इस हत्या के गुनहगारों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए। उसके बाद अगले दिन यानी 15 नवंबर 2010 को इस केस की फॉरेंसिक टीम को एक बड़ी कामयाबी मिलती है, उन्हें zoola टोंगो की गाड़ी के आगे वाले शीशे पर एक पंजे का निशान मिलता है। जो की तब का था जब उन किडनैपर्स ने गाड़ी को रोकने के लिए शीशे पर जोर से हाथ मारा था, उस हाथ के निशान को जब पुलिस रिकॉर्ड से मैच किया गया, तो वह निशान एक आदमी से मैच हो गया और उसका नाम था Xolile mngeni, xolile mangeni एक छोटा-मोटा क्रिमिनल था, जो चोरी चकारी और छीना झपटी जैसे क्राइम किया करता था। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसे ढूंढने के लिए ऑपरेशन चलाया और अगले ही दिन यानी 16 नवंबर 2010 को khayelitsha kivबस्ती से उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद उसे पुलिस स्टेशन लाया गया और पूछताछ शुरू की गई तो उसने यह तो कबूल कर लिया कि वह उस टैक्सी में मौजूद था मगर उसने कहा कि गोली उसने नहीं चलाई। उसके बाद उसने बताया कि shrien देवानी को गाड़ी से उतारने के बाद जब वह और आगे गए तो उसके दूसरे साथी mziwamadoda Qwabe ने गाड़ी रोकी, उसके बाद उसने अपनी बन्दूक निकाली और पीछे एनी के पास जाकर उसका पर्स छीनने लगा। एनी अपना पर्स नहीं दे रही थी और तभी अचानक से Qwabe ने एनी को गोली मार दी। इस बयान के बाद पुलिस को उसके साथी का भी नाम पता चल चुका था और अब पुलिस mziwamadoda qwabe की तलाश करने लगी. उधर सारा पेपर वर्क पूरे होने के बाद 16 नवंबर 2010 को, एनी दीवानी की बॉडी उनके परिवार को सौंप दी जाती है और उसके बाद श्रीयन देवानी और विनोद हिंदुजा उसी रात एक प्राइवेट प्लेन से एनी की बॉडी लेकर इंग्लैंड के लिए रवाना हो जाते हैं। इधर पुलिस को भी एक मुखबिर के जरिए qwabe की लोकेशन का पता चलता है और पुलिस वहां पहुंचकर 17 नवंबर 2010 की रात लगभग 1:00 बजे qwabe को भी गिरफ्तार कर लेती है, उसके बाद उसे भी पुलिस स्टेशन लाया जाता है और जब उसकी हिस्ट्री कंगाली जाती है तो पता चलता है कि ये एक आम इंसान है और इससे पहले कभी इसने कोई क्राइम नहीं किया था। अपने बयान में वह उस रात उस कार में होने की बात को तो कबूल लेता है, मगर वह यह भी कहता है कि गोली उसने नहीं, बल्कि xolile mangeni ने चलाई थी। उसके बाद वह एक नई बात और बताता है वह कहता है कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि monde mbolombo नाम के आदमी ने उसे ऐसा करने को कहा था। Qwabe के इस बयान के बाद पुलिस monde mbolombo को भी उसी सुबह,18 नवंबर 2010 को उसके घर से उठा लेती है। Monde mbolombo जो था वो Cape Town में ही colossum होटल के रिसेप्शन में ही काम करता था उसका भी कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं था। तो जब monde को गिरफ्तार करके पुलिस स्टेशन लाया गया और उसे पता चला कि qwabe को भी पकड़ा गया है, तब जाकर उसने एक नया खुलासा किया। उसने बताया कि उसका इस muder में कोई हाथ नहीं है और उसने qwabe को इसलिए फोन किया था क्योंकि zola tongo को एक किराए के कातिल की जरूरत थी। Zola Tango का नाम सुनते ही पुलिस के कान खड़े हो गए क्योंकि जिस गाड़ी में घटना हुई वह गाड़ी zola Tango की ही थी और अब पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर zola tango को ढूंढना शुरू किया मगर वह तब तक फरार हो चुका था। 2 दिन बाद 20 नवंबर 2010 को टैक्सी ड्राइवर zola अपने वकील के साथ खुद ही पुलिस स्टेशन पहुंच जाता है और सरेंडर कर देता है। पुलिस स्टेशन पहुंचने के बाद वह अपनी गवाही में खुद को निर्दोष बताता है, मगर जब पुलिस उसे बताती है कि उसने बाकी के सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया है तब उसे लगता है कि वह फंस चुका है। उसके बाद पुलिस zola के वकील से कहती है कि अगर वह इस केस में उसकी मदद करेगा और सरकारी गवाह बन जाएगा तो उसे कम सजा दी जाएगी। तो zola पुलिस को पूरी बात बताने के लिए राजी हो जाता है, उसके बाद वह पूरी कहानी बताता है, वह कहता है कि यह कोई अचानक से हुई घटना नहीं थी बल्कि एक प्री प्लान मर्डर था और एनी दीवानी को मारने की सुपारी उसके पति श्रीयन देवानी ने ही दी थी। यह बात सुनते ही पुलिस के होश उड़ जाते हैं, मगर सिर्फ zola की ये गवाही नाकाफी थी और सिर्फ गवाह के दम पर shrien दीवानी जैसे बड़े आदमी पर हाथ डालना बेवकूफी थी और यह भी हो सकता था कि zola Tango झूठ बोल रहा हो उसके बाद पुलिस ने tango से पूरी कहानी सुनी और उसके बयान के हिसाब से सीसीटीवी फुटेज को भी चेक किया।
अब सीसीटीवी कैमरा में क्या सामने आया और पूरी कहानी क्या थी यह मैं आपको अपनी नेक्स्ट वीडियो मै बताऊंगा aur wanted bhi is bar aisi hi investigation dikhayi jane vali hai, to bane rahe hamare sath aur tab tak aap ko ye video kaisi lagi? Ye hame comment section mai zaroor bataiyega.
Divanshu