गैंगस्टर विकास लगरपुरिया हरियाणा के झज्जर जिले के लगरपुर गां रहने वाला है। लगरपुर गांव के नाम पर ही उसका नाम लगरपुरिया पड़ा था। वो दिल्ली यूनिवर्सिटी का छात्र था। जब वो यूनिवर्सिटी से ड्रॉप आउट हुआ तो वो गुनाह की राह पर चल पड़ा। विकास लगरपुरिया पर 15 से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमे हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी और चोरी जैसे मामले हैं। साल 2015 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन परिवारिक सदस्य के बीमार होने पर उसने परोल मांगी थी। परोल मिलने के बाद वो फरार हो गया था।
गुरुग्राम पुलिस की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को कुख्यात गैंगस्टर विकास लगरपुरिया की कस्टडी मिल गई है। गैंगस्टर विकास लगरपुरिया को दुबई से डिपोर्ट किया गया है। लगरपुरिया को बुधवार देर रात दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया। दिल्ली एयरपोर्ट पर उसे हिरासत में लेने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और गुरुग्राम एसटीएफ की टीम पहुंची। दोनों के बीच कई घंटे तक बातचीत होती रही। दोनों टीमों के अधिकारी आपस में बातचीत कर उसे हिरासत में लेने की जिद पर अड़े रहे। जिसके बाद गुरुग्राम एसटीएफ को कामयाबी मिली और वे लगरपुरिया को अपने साथ ले आए। गैंगस्टर बीते 7 साल से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ दिल्ली में मकोका भी लगाई हुई है। गुड़गांव में उसका सिर्फ 1 केस करोड़ों रुपये की चोरी का केस दर्ज है।
खेड़की दौला थाना में 21 अगस्त 2021 को करोड़ों की चोरी के केस में एफआईआर दर्ज हुई थी। शुरुआत में अल्फा जी कॉर्प मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से चोरी की रकम 50 लाख बताई गई। लेकिन एसटीएफ को जांच गई तो केस में आर्म्स एक्ट व करप्शन एक्ट की धाराएं भी जुड़ी। चोरी की रकम 30 करोड़ से अधिक पहुंच चुकी है। लगरपुरिया ने हवाला के जरिया ये पैसा बाहर मंगवा लिया था। केस में 17 लोग अब तक अरेस्ट हो चुके हैं। जांच के दौरान गैंगस्टर विकास लगरपुरिया और डीसीपी साउथ रहे धीरज सेतिया का नाम भी इसमें आया। गैंगस्टर विकास लगरपुरिया अब तक फरार चल रहा था। लेकिन कुछ दिन पहले उसे रेड कॉर्नर नोटिस के चलते दुबई में पकड़ा जा चुका था। जिसके बाद उसे डिपोर्ट कर दिया गया।