JAWAN

Nisha ने बरवी पास करके college में दाखिला लिया था। College का पहला साल था । वह पहली बार गांव से बाहर जा रही थी । ईशा का बड़ा भाई मोहित Indian Army में था। ईशा पढ़ लिखकर IAS officer बनना चाहती थी। College के शुरुआत में मोहित ,ईशा को college छोड़ कर आता। लेकिन नौकरी की वजह से यह सिलसिला रुक गया। कुछ समय बाद जब मोहित की छुट्टियां पूरी हुई तो वह army camp चला गया। अब ईशा को अकेले ही college जाना पड़ता ।

ईशा ने college में अपनी एक दोस्त बनाई जिसका नाम राधा था वह केवल IAS बनना चाहती थी। इसलिए वह किसी भी चक्कर में ना पढ़कर केवल पढ़ाई पर ध्यान लगती। ईशा की class में आयुष नाम का एक लड़का भी था जो ईशा को पसंद करता था । लेकिन ईशा उसे बिल्कुल पसंद नहीं करती थी।

आयुष चाय की टपरी पर खड़ा होकर cigarette पीता आती-जाती लड़कियों को और अपने दोस्तों के साथ car में घूमकर छेड़ता। । कुछ समय बाद मोहित को छुट्टी मिल गई और वो अपने घर आ गया । अपने भाई को देखा तो बहुत खुश हुई।

मोहित अपने गांव के दोस्तों से मिलने चला गया । अगले दिन ही ईशा को college जाना था। वहीं दूसरी तरफ आयुष ने यह फैसला किया कि जिस रास्ते से ईशा college जाती है उसी रास्ते से वह भी को ले जाएगा और मौका मिलते ही सबको बता देगा कि वह से प्यार करता है। ईशा अपने college के लिए निकल रही थी तभी मोहित ने उससे कहा कि वह भी उसके साथ चलेगा। दोनों भाई-बहन college के लिए चल दिए । चलते चलते दोनों ने ढेर सारी बातें की । फिर वह दोनों बस में बैठे । अगले stop पर bus रुकी तो आयुष भी चढ़ गया। आयुष को पता नहीं था कि जो लड़का के बराबर में बैठा है वह कोई और नहीं बल्कि उसका भाई है। आयुष के पास वाली seat पर बैठ गया । उसने ईशा से कहा की वह उसे बहुत प्यार करता है ।

आयुष तभी खड़ा हुआ और उसको मारना शुरू कर दिया।। इस तरह bus में पिटते हुए आयुष को बेइज्जती महसूस हुई। कुछ देर बाद मोहित ने bus रुकवा कर आयुष को नीचे उतार दिया और कहा कि हमेशा उसकी बहन से दूर रहे अगर यह गलती अगले बार की तो उससे बुरा हाल होगा। आयुष को अपनी बेज्जती हजम नहीं हुई। ईशा के लिए उसके मन में जो प्यार था वह नफरत में बदल गया । इसमें सोचने लगा कि अब मैं ईशा से बदला लेकर रहूंगा उसे अपनी सुंदरता पर बहुत गुरु है मैं उसका गुरूर तोड़ दूंगा ।

छुट्टियों के दौरान मोहित ने सभी अधूरे कामों को पूरा करवाया। इस time में वह अपनी बहन को छोड़ने जाता। इसलिए आयुष को बदला लेने का समय नहीं मिल पाया, क्योंकि वह जानता था को तंग किया आयुष की जान ले लेगा। कुछ समय बाद में खत्म होक्या खत्म हो गई और वह अपनी duty के लिए चला गया ।

आखिर वह समय आ ही गया जिसका आयुष को बेसब्री से इंतजार था और उसे अपने दोस्तों के साथ प्लान बनाया । पर मोहित मन ही मन जनता था की ये लड़का यह रुकने वाला नही। उसे कुछ ना कुछ तो करना होगा ।

दूसरी ओर आयुष ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर plan बनाया की वह निशा के चेहरे पर तेजाब डालेंगे जिससे ईशा का चेहरा जल जाएगा। आयुष का फैसला बेहद गलत था वह बदले की आग में सही और गलत का फर्क बिल्कुल भूल चुका था । मोहित लड़कों की फितरत से वाकिफ था इसलिए उसने एक plan बनाया उसने अपने दोस्तों को phone करके ईशा का ख्याल रखने के लिए कहा। एक रोज मोहित के दोस्त shyam में आयुष को अपने दो दोस्तों के साथ में bike पर जाते हुए देखा। उसके एक हाथ में बोतल थी जिसमें पीले रंग का पानी था । Shyam ने दिमाग पर जोर डाला तो उसे समझाया कि वह पानी नहीं बल्कि तेज़ाब हो सकता है । बस फिर क्या था shyam ने जल्दी से अपनी bike ली और मोहित और उसके तो उसके पीछे चल दिया। shyam देखा कि मोहित की बहन college की छुट्टी के बाद बाहर आ रही है और आयुष का एक दोस्त पीले रंग की बोतल खोलने लगता है । तभी shyam ने अपनी bike से आयुष की bike में टक्कर मार दी और उसके दोस्त bike से नीचे गिर गए। shyam जल्दी से पुलिस को call किया जिसके बाद पुलिस आयुष और उसके दोस्तों को लेकर।

लेकिन आयुष एक अमीरज्यादा था जिसके चलते उसके पिता ने पुलिस वालों को पैसे दिया और छोड़ दिया । shyam ने सारा मझरा मोहित को सुनाया यह सुनकर मोहित को आगबूला हो गया। मोहित कब तक ईशा का ख्याल रखेगा? कभी न कभी तो उसकी बहन कहीं अकेली निकलेगी, तब कुछ गलत होने का इंतजार वह नहीं करना चाहता था। इसीलिए मोहित को कुछ बड़ा कदम जरूर उठाना था। Mohit का camp उसके घर से 80 किलोमीटर दूर था। ये दूरी चलकर 1 दिन में पूरी की जा सकती थी । उससे duty खत्म होने के बाद अपना चाकू और rifle उठाया और गांव पहुंच गया । गांव पहुंच कर उसने मुंह पर कपड़ा बांधा और आयुष के घर पहुंचा । आयुष के घर में घुसा उसके मुंह में कपड़ा बांधा जिस कारण से उसकी आवाज नही निकली । मोहित ने आयुष के हाथ पलंग से बांध दिए । मोहित से उसे एक ऐसा सबक देना चाहता था जिससे वह किसी लड़की की तरफ आंख उठाकर ना देखे। मोहित ने चाकू निकाला और उसके कंधे से हाथों को अलग कर दिया। शोर की आवाज से उसके घर वाले aa गए और मोहित वहा से भाग गया। अगले दिन आयुष hospital में भर्ती कराया गया । पुलिस ने जब उसके दुश्मनों के बारे मैं पूछा तो उसने मोहित का नाम लिया। लेकिन मोहित तो आर्मी कैंप में था।

ऐसे ही अपनो की रक्षा करने वाले वीर जवान की कहने होने वाली है shahrukh khan starrer Jawan

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