साल 2023 में रिलीज होने वाली फिल्म आदिपुरुष के बारे में हमारे नवाब एक्टर सैफ अली खान ने कुछ वक्त पहले एक बहुत ही कंट्रोवर्शियल स्टेटमेंट किया था। सैफ इसमें रावण का किरदार निभा रहे हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि,” आदिपुरुष फिल्म में मां सीता का हरण करने वाले रावण के बर्ताव को सही ठहराया जाएगा। रावण की भी एक दूसरी साइड थी, यह बताया जाएगा। उसका श्री राम के साथ हुआ युद्ध कितना सही था इसके बारे में भी खुलासा होगा”। और जैसे ही सैफ ने अपना यह स्टेटमेंट दिया, वह फंस गए अपने ही शब्दों में।
उनका यह स्टेटमेंट सुनने के बाद एक पॉलीटिकल लीडर ने उन्हें फटकारा। पॉलीटिकल लीडर का कहना था,” सैफ को इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए जबकि उन्हें रामायण के बारे में अच्छे से पता ना हो। सिर्फ फिल्म के लिए, अपने कैरेक्टर के लिए थोड़ा बहुत कुछ पढ़ लेना काफी नहीं होता। रामायण एक दिन में समझ आने वाली बात नहीं है और एक्टर को यह बात अच्छे से समझनी चाहिए”।
फिर क्या, सैफ को अपनी गलती का एहसास हुआ। अब चलाए हुए तीर को जिस तरह से वापस नहीं ले सकते, उस तरह अपने स्टेटमेंट को भी वो वापस नहीं ले सकते थे, पर फिर भी उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि,” मुझे माफ कर दो। मेरे कहने का यह मतलब नहीं था। आदिपुरुष में “अच्छाई की बुराई पर जीत” यही दिखाया जाएगा। राम सिर्फ रामायण के ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के हीरो है”।
वैसे सैफ के इस कंट्रोवर्शियल स्टेटमेंट के चलते लोगों ने उन्हें खूब सुनाया। फिर पुरानी बातें सामने आई। उन्होंने अपने बेटे का जो नाम रखा हैं “तैमूर”, उसे लेकर भी लोग उन्हें याद दिलाने लगे। क्योंकि बेटे के नाम को लेकर सैफ और करीना कई बार ट्रोल भी हो चुके हैं। उसके बाद उन्होंने किसी और इंटरव्यू में यह भी कहा था कि, वह अपने बच्चे का नाम राम नहीं रख सकते और बहुत कुछ। इस पर लोगों ने सिर्फ यही कहा,”अपनी पर्सनल लाइफ में आप जो भी करो, आप लोग किसी की सुनने वालों में से नहीं है, पर श्री राम और रामायण के बारे में गलत नहीं कहना”।
खैर, पर अपने एफ्टर को बचाते हुए फिल्म के डायरेक्टर ओम राउत ने यह कहा कि,” शायद सैफ को कुछ अलग कहना था और उन्होंने कुछ अलग कह दिया। कभी-कभी ऐसा हो जाता है, पर उनका किसी को हर्ट करने का ऐसा कोई इरादा नहीं था”।
वाह भाई ओम, अपने एक्टर को अच्छे से संभाल लिया। पर इस से अच्छा आप सैफ को थोड़ा सा और डिटेल में बता देते कि, रामायण असल में क्या है।
वैसे अयोध्या में तो काफी ज्यादा हंगामा मचा था। अयोध्या के लोगों ने यही कहा था कि, “फिल्म बनाना कोई crime नहीं है, पर अपने हिसाब से, बिजनेस करने के लिए कुछ भी दिखाना गलत है। फिल्में बनाने वालों को अच्छी तरह से पता होता है कि फिल्में बवाल में रही, कॉन्ट्रोवर्सी रही, तो लोगों को अच्छी तरह से याद रहती है, लाइमलाइट मिलता है और अटेंशन भी मिलता है। Mythological stories पर बनी फिल्मों के मामले में ऐसा होता ही है और यह बॉलीवुड अच्छी तरह से जानता है। वैसे संजय लीला भंसाली इसका best example है। उन्होंने बवाल होते हुए भी पद्मावत बनाई, फिल्म बाजीराव मस्तानी बनाई और इन फिल्मों को अच्छा response भी मिला।
हो सकता है कि, आदि पुरुष के बारे में जो बवाल हो रहा है उसका उल्टा हो क्योंकि मेकर्स ने अब काफी changes किए हैं, जो ऑडियंस को पसंद आए। तो शायद 50% से ज्यादा सुपरहिट होने के chances है ऐसा ऑडियंस का कहना है। पर जो लोग काफी hurt हो चुके हैं, ban करने की मांग कर रहे हैं, उनकी नजर में शायद फिल्म हिट ना हो क्योंकि वह तो फिल्म देखेंगे ही नहीं। कभी किसी भी फिल्म को लेकर लगाए गए अंदाज फेल भी हो जाते हैं, पठान के साथ भी वही हुआ। पर पठान अलग है और आदिपुरुष अलग। जो जैसा है, उसे वैसे ही दिखाना चाहिए।
Trupti