इब्राहिम मुस्ताक अब्दुल कराक नदीम Aka Tiger Memon मुंबई में पैदा हुआ था । घर वाले अक्सर नदीम कहकर ही बुलाते थे। उसके पिता अब्दुल रजाक के 6 बेटे थे और सभी एक कमरे के flat में मुंबई के एक बस्ती में रहा करते थे। पिता Mumbai cricket league mein क्रिकेट खेला करते थे और चाहते थे कि उनके बच्चे भी इस क्षेत्र में आगे बढ़े। नदीम ने बड़े होकर सबसे पहले एक bank में peon की job शुरू करें पर एक दफा जब बैंक मैनेजर ने बहुत ही बदतमीजी के साथ उसे चाय लाने की गई तब नदीम को गुस्सा आ गया उसने उस bank manager का मार मार कर सर तोड़ दिया।
ऐसे ही short tempered criminal की कहानी होने वाली है khalnayak 2. Film मे khalnayak का किरदार film के पहले part से मिलता जुलता ही दिखाई जाने वाला है। एक आम आदमी , जिसे system से पड़ी मार पहले एक छोटा मोटा criminal बनाती है और बाद में आसान तरीके से पैसे कमाने की ये चाह उसे गलत रास्ते पर इतना deep ले जाती है की वहा से मुड़कर देखना भी गुनाह लगता है। इस किरदार को इस बार कई layers दी जाने वाली है और Film एक नए अंजद्ज में कहानी को present करेगी।
Bank की नौकरी छोड़ने के बाद उसकी मुलाकात मोहम्मद दौसा से हुई । यह दाऊद के लिए smuggling और छोटे-मोटे crimes किया करता था। यहा उसे driver की नौकरी मिल गई उसकी नजरें मुंबई के पूरे gold smuggling chain पर पड़ी। देखते ही देखते driver से smuggler बन गया और दुबई में gold snuggle करता। इसके बाद यह मुंबई shift हो गया और यहां भी smuggling का काम करने लगा। एक दफा जब यह मुंबई के dockyard में से अपनी car में gold रखकर smuggle करने जा रहा था तब मुंबई पुलिस को किसी तरह भनक लग गई । जब पुलिस पहुंची तो उसने अपनी गाड़ी मुंबई की सड़कों पर 100 kmph की speed से भगाई । पहले police को लगा कि मुंबई की सड़कों पर कहां ही यह भाग पाएगा। पर क्योंकि driver का काम यह अच्छे से जानता था इसलिए देखते ही देखते पुलिस की नजरों से ओझल हो गया।
ऐसे daring काम के बाद ही तो हमारे khalnayak 2 के hero -cum- villain का नाम होगा। ऐसा ही एक angle film के निर्माता khalnayak 2 मे भी डालने की सोच रहे है जहा किरदार को और भी बड़ा और dark दिखाने के लिए उससे real life खलनायको से inspired रखा जाए ताकि film जनता के बड़े भाग को nostalgia भी दे सके।
नदीम मेमन का नाम इसी incidence के बाद tiger memon पड़ गया क्योंकि उसने 100 की speed से गाड़ी भगा कर पुलिस को चकमा दे दिया था।
अपने परिवार से भी बहुत प्रेम करता था इसीलिए जिस building के एक कमरे के flat में उसका परिवार रहता था वहां उसने पूरे 2 floor खरीद लिए थे और पूरा परिवार वही रहता था। अपने भाई को उसने CA तक की पढ़ाई पूरी करवाई। दुनिया को दिखाने के लिए इसलिए अपनी tour and travels की एक company खोली पर इसका असली धंधा तो कुछ और ही था।
जब 1997 में बाबरी मस्जिद को गिराया गया तब मुंबई में बहुत सारे दंगे भी हुए। उन्ही दंगों में टाइगर मेमन की एक दुकान को बुरी तरह तोड़कर उसमें आग लगा दी गई खेद । कहते है कि इसी चीज का बदला लेने के लिए टाइगर मेंबर ने 1997 के हुए blasts plan किए और यह सब करने से पहले ही दुबई भाग गया।
पर जहा इस कहानी मे villain बच निकला वही khalnayak 2 मे हमे ऐसा देखने को नहीं मिलेगा। Film का climax जहां action sequences से भरपूर होने वाला है वही ending को emotional रखने की उम्मीदें की जा रही है। Film के अन्त के साथ या तो khalnayak का भी अंत होगा और किसी ऐसे important character का जिसके कारण हम फिल्म का अगला part भी देखने पर मजबूर होना ही पड़े।
तो क्या आप excited है khalnayak 2 के लिए? हमे जरूर बताइएगा!
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Apoorva