अलीगढ़ का कुख्यात gangster मोहम्मद यासीन ने कई अलग-अलग states की पुलिस की नाक में दम करके रखा था। इसने और उसकी gang ने 40 के करीब murder, डकैती, kidnapping जैसे सभी जुर्म किए और इसकी gang अदनान यासीन नाम से मशहूर हो रही थी। ये gangster तीन बार पुलिस के हाथ भी लगा लेकिन कभी court जाते हुए तो कभी जेल तोड़कर यह पुलिस के हाथ से निकल गया।
कुछ ऐसा ही criminal हमे Sahoo 2 मे दिखने वाला है जिसका किरदार Prabhas निभाने वाले है। ये किरदार एक बार फिर बड़े परदे पर अपने classic अंदाज से सबकी नजरों को चकमा देते हुए कब गायब हो जाएगा ये किसी को पता नहीं चलेगा। Sahoo 2 की shooting शुरू होने मे अभी कुछ समय बाकी है। Makers अब भी कई roles के लिए actors final कर रहे है। ऐसे मे जल्द ही हमे film के बारे में और बाते सुनने को मिलेंगी।
सन 1995 में दिल्ली पुलिस को अपने मुखबिर से पता चलता है कि आज से दिल्ली के इलाके में यासीन रुका हुआ है। पुलिस ने अपना जाल बिछाना शुरू किया । special cell के ACP सतबीर सिंह राठी के under एक team बनाई गई। मुखबिर के तरफ से यासीन की गाड़ी और उसके गुजरने के रास्ते की खबर थी। Police की team निर्धारित समय पर पहुंच जाती है और उन्हें वहां यासीन की गाड़ी भी मिल जाती है। एक पुलिस वाला गाड़ी के आसपास मंडरा कर देख भी लेता है कि उसके अंदर यासीन और उसके दो साथ ही बैठे हैं । पुलिस वाले गाड़ी को follow करते हैं । Connaught place के inner circle में आकर गाड़ी रूकती है उसमें से एक आदमी निकलता है और एक दुकान के अंदर जाता है कुछ सामान खरीद कर बाहर आता है ।bइसके बाद ACP सतबीर सिंह राठी खुद गाड़ी के आसपास जाकर देखते हैं और वह भी confirm करते हैं कि गाड़ी के अंदर मोहम्मद यासीन बैठा हुआ है।b इसके बाद पुलिस की team को इशारा किया जाता है और firing शुरू कर देती है। आगे बैठे दो व्यक्ति firing में मारे जाते हैं और पीछे बैठा व्यक्ति गिड़गिड़ाने लगता है। उसके बाद तीनों लोगों को hospital ले जाया जाता है । जिसमें से दो को dead declare कर दिया जाता है और एक व्यक्ति की जान किसी तरह बच जाती है।
अगले दिन दिल्ली पुलिस एक conference करती है जिसने में बताते हैं कि उन्होंने एक इनामी criminal को मार गिराया है । और उसकी तस्वीरें अखबार में भी छपती है। अगले ही दिन रोते-रोते दिल्ली पुलिस के दरवाजे पर एक family आती है और कहती है कि जिस शख्स की photo उन्होंने अखबार में छपी है वह उनका रिश्तेदार है ना कि मोहम्मद यासीन।
पुलिस ने हरियाणा से आ रहे दो businessman दोस्तों को गोलियों से भून दिया था। दोनों ही हरियाणा के रहने वाले थे और किसी काम से दिल्ली आए हुए थे । Family ने कई दिन धरना दिया और media के दबाव में आकर पुलिस को मानना पड़ा कि उनसे एक ऐसी भूल हुई है जिसे वापस नहीं ले सकते।
मामला CBI को दिया गया और उस report मे सीबीआई ने बताया कि पुलिस चाहती ही नहीं थी कि इन लोगों को जिंदा पकड़ा जाए । गाड़ी शुरू करने से लेकर जब तक connaught place par रूकी, ऐसे कई मौके ऐसे आए जिसमें पुलिस अगर उन्हें criminals मान रही थी तो उन्हें जिंदा पकड़ सकती थी पर ऐसा हुआ नहीं । इन सभी पुलिस वालों के खिलाफ murder case लगे और 10 साल की सजा हुई।
पूरी वारदात को 5 दिन बीत जाते हैं और पुलिस के मुखबिर को खबर मिलती है कि दिल्ली में ही मोतीमहल नाम के hotel में असली असली मोहम्मद यासीन अपने तीन दोस्तों के साथ बैठकर खाना खा रहा है । खबर मिलते ही पुलिस पहुंचती और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। तब पूछताछ में उसने बताया कि उस दिन की खबर सच थी। वह उस दिन उसी इलाके में था पर एक अलग गाड़ी में। पकड़े जाने के 2 दिन के अंदर मोहम्मद यासीन फिर पुलिस के चंगुल से भाग गया।
ऐसे ही real life characters पर based होने वाला है Sahoo 2 का main किरदार। Director और writers की ये पूरी koshish रहेगी की असली criminals से contact कर पाए aur interviews के जरिए उनकी psychology पता लगा पाए। ये story को और भी relatable बनाने में काम आयेगा। पिछली बार कहानी यही मात खा गई थी। तो film के part 2 मे makers logo को जोड़ने की हर कोशसिश करते नजर आयेंगे। Film मे shraddha kapoor भी फिर से नजर आएंगी, और इसकी announcement भी उन्होंने कर दी है।
7 साल और बीत जाते हैं । यासीन, दिल्ली पुलिस की पकड़ में नहीं आता । फिर एक मुखबिर से 2004 में खबर मिलती है कि वह दिल्ली में ही एक जगह अपने दो दोस्तों के साथ रुका हुआ है is bar ACP Rajveer Singh अपनी team के साथ वहां पहुंचते हैं । मोहम्मद यासीन इस बार वही होता है पुलिस को देखकर वह उन पर firing करता है । दोनों तरफ से firing होती है और यासीन और उसका दोस्त मारा जाता है । इस बार फिर दिल्ली पुलिस media में declare करने से पहले पूरी तरह शीनाक करती है और confirm हो जाता है कि यह मोहम्मद यासीन ही है । इस तरह एक gangster जिसका दो बार encounter हुआ , सचमुच मारा जाता है।
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Apoorva