यह कहानी है अनुज और नैना की। अनुज और नैना दो ऐसे शख्स हैं जिसमें अनुज अरेंज मैरिज पर विश्वास रखने वाला इंसान है। घरवाले कहेंगे उसी तरह वो उनकी हां में हां मिलाकर लड़की से शादी करेगा। दूसरी ओर नैना के शादी को लेकर कोई खास अरमान नहीं है। वह अरेंज मैरिज और लव मैरिज, दोनों के लिए ही कंफर्टेबल है।
अनुज जिस कंपनी में काम करता था उसी कंपनी में नैना भी काम करती थी। यह बात अलग है कि नैना ने अनुज के बाद ऑफिस जॉइन किया था। पर इतने कम समय में भी इन दोनों की अच्छी खासी दोस्ती हुई, मुलाकाते बढ़ गई, और वो अच्छे दोस्त बन गए। पर कहीं ना कहीं अनुज और नैना एक दूसरे को पसंद करने लगे थे। पर अभी तक इन दोनों ने अपना प्यार का इजहार नहीं किया था। पर इतने समय में काफी लोगों ने नैना को प्रपोज भी किया था। कहीं तो उसके पीछे ऐसे पागल थे कि नैना परेशान हो चुकी थी। और ऐसे करते करते हैं 4 साल बीत गए।
फिर कंपनी के एक स्पेशल प्रोग्राम के लिए इन दोनों को भेजा गया। तब अनुज ने सोच लिया कि वह नैना को वहां पर प्रपोज करेगा या फिर शादी के लिए उसे पूछेगा। नैना एक बहुत ही बोल्ड और स्मार्ट लड़की थी, तो अनुज के लिए उसके सामने अपनी feelings express करना थोडा मुश्किल था।
वहां पर इन दोनों ने बात की, अनुज ने उसे प्रपोज भी किया और नैना ने हां भी कह दिया। पर लौटते समय इनका accident हुआ। Accident में दोनों घायल हो गए हैं। दोनों की case में हड्डियों को काफी गहरी चोट पहुंच चुकी थी। अब ऐसी हालत में यह दोनों क्या कर सकते थे। इनका इलाज चल रहा था और धीरे-धीरे यह दोनों recover भी हो गए। तब नैना ने सोचा कि, अब उन्हें घर मैं बात करनी चाहिए। अनुज सोच रहा था कि, ऐसी हालत में भी नैना शादी करने के बारे में कैसे सोच सकती है।
पर फिर भी यह दोनों अपने अपने घर पर बात करते हैं, पर इनके घर से इन्हें ग्रीन सिग्नल नहीं मिलता क्योंकि दिक्कत थी इन दोनों के family backgrounds। मतलब anuj साउथ इंडियन था, तो वही नैना गुजराती परिवार से थी। दोनों परिवारों का कहना था कि, शादी नहीं हो सकती क्योंकि दोनों परिवारों के traditions और बाकी बहुत सारी चीजें अलग-अलग है। ऐसे में दोनों की शादी करना मुमकिन नहीं है।
ऐसी हालत में अनुज थोड़ा सा डर गया था। उसने सोचा कि शायद उसे पीछे हटना चाहिए। पर नैना काफी स्मार्ट थी। उसने कहा कि,”अनुज हम पीछे नहीं हट सकते। हम घर वालों को मनाते रहेंगे। एक न एक दिन वह मान जाएंगे”। वैसे इन दोनों पर काफी प्रेशर था। पर ज्यादा प्रेशर था नैना पर क्योंकि घर वाले उसकी उम्र को लेकर उसे याद दिला रहे थे।
पर ऐसे करते करते यह दोनों 7 साल तक रुके और तब जाकर इनके परिवार वालों ने इन्हें ग्रीन सिग्नल दिया। और दोनों परिवारों की शादी दोनों परिवारों के traditions के अनुसार हुई।
तब अनुज को और ज्यादा एहसास हुआ कि, नैना सच में उसके लिए बेस्ट पाटनर है क्योंकि वह कभी भी पीछे नहीं हटती और डटकर सपोर्ट करती है। उसने उम्र बढ़ने का कोई गम या टेंशन नहीं लिया बल्कि अपने प्यार के लिए लढती रही।
और इस तरह से इनकी लव स्टोरी पर शादी का stamp लग गया।
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