Thumbnail- खतरे में Insaniyat
पुलिस isabella को मर्डर के आरोप में ढूंढ रही होती है तभी पुलिस को 2851 साउथ पार्क रोड से फोन आता है की यहां पर एक गाड़ी के अंदर लड़की की लाश पड़ी है जिसके बाद पुलिस वहां पहुंचती है, लेकिन तब तक लाश गायब हो चुकी होती है और वहीं पर पुलिस को isabella मिल जाती है और पुलिस उसको गिरफ्तार कर लेती है।
अब भी एक सवाल बाकी था की आखिर कार में जो डेड बॉडी थी वह किसकी थी? और वह गायब कहां हो गई? तो इसका जवाब यह है की जो लाश उस कार में पड़ी थी वह कोई लाश नहीं बल्कि खुद Isabella Guzman थी। दरअसल हुआ यह की पिछली रात अपनी मां का कत्ल करने के बाद Isabella ने घर से कार उठाई और अपने घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर जाकर 2851 साउथ पार्क रोड के पास बने पार्किंग गराज में लगा दी और उसके बाद उसी कार की पिछली सीट पर जाकर सो गई, और क्योंकि उसके पूरे बदन और कपड़ों पर खून लगा था, इसलिए अगली सुबह जब लोगों ने Isabella को कार में सोते हुए देखा तो उन्हें लगा की कार में कोई लाश पड़ी है, जिसके बाद उन्होंने 911 पर कॉल किया और पुलिस वहां पहुंची मगर तब तक Isabella कार से उठकर पार्किंग गेराज के अंदर चली गई थी और जब बाहर आयी… तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। खैर Isabella Guzman को गिरफ्तार करने के बाद, पुलिस ने उसके ऊपर फर्स्ट डिग्री मर्डर के चार्जेस लगाएं और फिर उसे जुडिशल कस्टडी पर अरोरा सिटी जेल में भेज दिया गया। इसके करीब एक हफ्ते बाद, 5 सितंबर 2013 की सुबह इसाबेला को कोलोराडो के में पेश होना था. जहा उसके ऊपर कोर्ट की तरफ से चार्ज लगाए जाते। मगर उस दिन उसने सुबह कोर्ट जाने से ही मना कर दिया और वह अपने सेल से बाहर आ ही नहीं रही थी। जिसकी वजह से हुआ यह की कोर्ट की सुनवाई दोपहर तक के लिए टालनी पड़ी। पर बाद में जबरदस्ती खींच कर उसे उसके से बाहर निकाला गया और फ़िर कोर्ट में पेश किया गया। उस दिन वह सुबह से ही नॉर्मल इंसान की तरह बर्ताव नहीं कर रही थी, पहले तो उसने कोर्ट में आने से मना किया, जिसकी वजह से उसे जबरदस्ती लाना पड़ा और जब वह कोर्ट में पहुंची तो मीडिया के कैमरे को देखकर कभी मुस्कुरा रही थी, तो कभी अजीब अजीब से चेहरे बना रही थी. Arapahoe कंटी कोर्ट के जज ने Isabella के अपर मर्डर और वायलेंस के चार्जेस लगाए और साथ ही जब तक उसका trail पूरा नहीं हो जाता तब तक कोई बेल भी नहीं ले सकती थी. इसके बाद करीब 9 महीने बीत गए और जून 2014 में Isabella guzman का trial शुरू हुआ और क्योंकि जब उसने अपनी मां का मर्डर किया वह 18 साल की एक एडल्ट थी और जिस बेरहमी से उसने अपनी मां के ऊपर 151 बार चाकू से हमला किया, उसे देखकर यह पक्का था की इसाबेला को मैक्सिमम सजा यानि डेथ पेनेल्टी ही मिलेगी। मगर कोर्ट में जैसे ही सुनवाई शुरू हुई Isabella के वकील ने जज के सामने एक रिपोर्ट पेश की जिसमें ये साफ-साफ लिखा था की Isabella की दिमागी हालत ठीक नहीं है और वह paranoid schizophrenia नाम की दिमागी बीमारी से जूझ रही है। बाद में Dr Richard pounds अपनी गवाही में भी Isabella की दिमागी बीमारी को सही ठहराया, इसके अलावा उन्होंने court में यह भी बताया की जिस वक्त isabella अपनी मां का कत्ल कर रही थी, उसे पता ही नहीं था की वह अपनी मां को मार रही है, बल्कि उसे लगा की वह एक सिसिलिया नाम की औरत को मार रही है और ऐसा करने के लिए उसे सपने आते थे और वह अगर ऐसा नहीं करती तो उसके हिसाब से पूरी दुनिया तबाह हो जाती. कोर्ट के जज george brauchler ने सारी रिपोर्ट और दलीलें देखने और सुनने के बाद अपना फैसला सुनाया और उस फैसले में उन्होंने Isabella की दिमागी हालत ठीक ना होने की वजह से उसे कोई सजा नहीं सुनाई और उसके इलाज के लिए उसे कोलोराडो के मेंटल हेल्थ इंस्टिट्यूट में भेज दिया गया, और कहा गया, की जब तक Isabella अपने और समाज के लिए खतरा नहीं रह जाती तब तक वह वही रहेगी। अब इसमें चाहे 1 साल लगे, 2 साल लगे या फिर पूरी जिंदगी. इसलिए कोर्ट के आदेश के बाद इसाबेला को कोलोराडो के मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यूट में भेज दिया गया और अगले 6 साल तक करीब 6 साल से ज्यादा समय तक isabella उसी मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यूट में रहीं और उनका इलाज चलता रहा. पर फिर नवंबर 2020 में जब 25 साल की थी तो उसने मीडिया को एक इंटरव्यू दिया. जिसमें उसने एक नई चीज के बारे में बताया, उसने कहा की घर में उसके साथ सभी लोग बहुत बुरा बर्ताव करते थे और जब उसने 14 साल की उम्र में अपना धर्म छोड़ा तब उसे और ज्यादा टॉर्चर किया जाने लगा, हालांकि बाद में जब इस बात की इन्वेस्टीगेशन की गई तो ऐसा कोई सबूत नहीं मिला की उसके साथ घर में बुरा बर्ताव किया जाता था, इसके अलावा उसने यह भी बताया की जब उसने अपनी मां का खून किया तब वह अपने होश में नहीं थी. पर अब वह पूरी तरह से ठीक हो चुकी है और अब ना ही वह खुद के लिए और समाज के लिए कोई खतरा है, इसलिए उसे इस मेंटल हेल्थ इंस्टिट्यूट से रिहा कर दिया जाना चाहिए. ठीक जब मीडिया में उसका यह इंटरव्यू आया अचानक से टिक टॉक पर उसकी 7 साल पुरानी कोर्ट की वीडियो वायरल होने लगी और सोशल मीडिया खासकर tik tok, का तो आपको पता ही है की लोग बिना सोचे समझे एक ट्रेंड को बस फॉलो करना शुरू कर देते हैं और यहां भी ठीक यही हुआ, लोगों ने यह बिना सोचे समझे की उसने पास्ट में क्या किया है उसके सपोर्ट में आ गए और वह भी सिर्फ इसलिए क्योंकि वह दिखने में खूबसूरत और मासूम थी। लोगों ने तो यहां तक कहना शुरू कर दिया की इसाबेला ने जो अपनी मां का कत्ल किया है वह उसी लायक थी और ऐसी चीजें यह सोचने पर मजबूर कर देती है की इंसानियत कहां से कहां जा रही है। हालांकि, इस इंटरव्यू से Isabella को जरूर फायदा हुआ क्योंकि अगले ही साल जून 2021 में Isabella Guzman को कोलोराडो के मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यूट से इस शर्त पर छुट्टी दे दी गई की वह लगातार टाइम पर अपने डॉक्टर से थेरेपी लेती रहेगी। तो कुल मिलाकर Isabella ने जो कुछ भी किया वह चाहे गुस्से में किया हो यह दिमागी प्रॉब्लम की वजह से वह अलग बात है, पर अफसोस की बात यह है की जिस तरह से बाद में लोगों ने बिना सोचे समझे बिना पूरी कहानी जाने सिर्फ उसके चेहरे को देखकर उसके क्राइम को सही ठहराने की कोशिश की वह बहुत गलत है। जब की मैं मानता हूं की ऐसा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए हमें किसी भी अपराधी को उसकी खूबसूरती, उसका रंग, उसकी अमीरी और गरीबी देखकर नहीं बल्कि उसने जो अपराध किया है उसे देखकर अपनी राय देनी चाहिए। तो यह थी पूरी कहानी Isabella guzman की मुझे उम्मीद है की आपको मेरी रिसर्च पसंद आई होगी।
इस स्टोरी से इंस्पायर हो सकती है वांटेड 2 की स्टोरी।
Divanshu