Plan होगा कामयाब?
आज की कहानी रोमेश शर्मा की है जो अंडरवर्ल्ड का आदमी था लेकिन भारत की संसद के अंदर पहुंचने के बहुत करीब आ गया था लेकिन फिर DIG नीरज कुमार को सुरेश राव से रोमेश शर्मा के खिलाफ शिकायत मिलती है, जिसके बाद वह रोमेश शर्मा को पकड़ने का प्लान बनाते हैं तो देखते हैं क्या है वो प्लान।
20 oct 1998 की दोपहर सुरेश राव उनके एक दोस्त राकेश गुप्ता, एसपी op chatwal और DIG नीरज कुमार साउथ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी के ऑफिस पहुंच जाते हैं एक बार फिर अपने प्लान को रिवाइज करने के बाद सुरेश राव राकेश गुप्ता और एसपी चटवाल के साथ मेफेयर गार्डन के लिए निकल जाते हैं जबकि नीरज कुमार वहीं पर रुकते हैं, मेफेयर गार्डन पहुंचने के बाद सुरेश राव रमेश के घर के अंदर चले जाते हैं, जबकि राकेश गुप्ता और एसपी चटवाल थोड़ी दूरी पर अपनी गाड़ी पार्क कर इस घर के ऊपर नजरे गड़ाए बैठ जाते हैं। अंदर गए राव को अभी ठीक से 5 मिनट भी नहीं हुए थे की तभी गुप्ता और चटवाल देखते हैं की रोमेश शर्मा सुरेश राव को उनकी गर्दन से पकड़ घसीटते हुआ बाहर ला रहा है। इसे पहले की sp चटवाल कुछ कर पाते रोमेश शर्मा सुरेश राव को अपनी गाड़ी में डाल फुल स्पीड में वहां से निकल जाता है। sp चटवाल भी चुपचाप अपनी गाड़ी में उसका पीछा कर न शुरू कर देते हैं और थोड़ी देर बाद रमेश की गाड़ी महादेव रोड पर बने बंगला नंबर 11 के अंदर घुस जाती है, एक बंगला जो वैसे तो केंद्र सरकार द्वारा एक एमपी को अलॉट किया गया था लेकिन आजकल रोमेश शर्मा के कब्जे में था। यह देखते ही चटवाल और गुप्ता वापस डीसीपी ऑफिस के लिए निकल जाते हैं जहां नीरज कुमार अपनी उंगलियों के नाखून चबाने में लगे हुए थे। इस पॉइंट पर इन पुलिस ऑफिसर और गुप्ता के लिए एक-एक क्षण काटना भारी हो रहा था, घड़ी की सुइया स्लो मोशन में घूम रही थी और इन सबकी जान हालत में आ चुकी थी, कलेजा चीर ने वाली टेंशन से भरे कई मिनट बीत जाने के बाद, नीरज कुमार डीसीपी साउथ की तरफ एक इशारा करते हैं और ये डीसीपी साहब अपने आपने एक इंस्पेक्टर जसवीर सिंह को तुरंत बंगला नंबर 11 पर रेड मार सुरेश राव को रेस्क्यू करने का आदेश दे देते हैं। इधर एक टीम महादेव रोड के लिए निकलती है और उधर नीरज कुमार के नेतृत्व में दूसरी टीम मेफेयर गार्डन के लिए, रमेश के घर के अंदर घुसते ही नीरज कुमार अपनी टीम को घर का कोना-कोना छान मारने का आदेश देते हुए खुद भी तलाशी लेने में लग जाते हैं, कुछ ही मिनटों की तलाशी के बाद ऐसा लगने लगता है जैसे ये रेड किसी नेता के घर पर नहीं बल्कि जेम्स बांड की फिल्मों में दिखाए जाने वाले विलेन के घर पर पड़ी है। रोमेश शर्मा के इस घर में अलमारियों के पीछे बने हुए कई गुप्त दरवाजे और एस्केप रूट थे, एक फुल फ्लेज्ड आलीशान जिम था, दीवारों पर कई सारे एग्जॉटिक जानवरों की खाल टंगी हुई थी और घर के अंदर बनी bar दुनिया की सबसे महंगी से महंगी शराब की बोतलों से सजी हुई थी। लेकिन वह चीज जिसे देखने के लिए नीरज कुमार की आंखें तरस रही थी, वह उन्हें रोमेश के बेडरूम में गधों के अंदर छिपी हुई मिलती है। अपने आलीशान किंग साइज बेड के गद्दे में रोमेश शर्मा ने दिल्ली और मुंबई की कई सारी प्रॉपर्टी के पेपर छुपाए हुए थे, यह सारी वहीं प्रॉपर्टीज थी, जिनके ऊपर उसने दाऊद और अबू सलीम की सहायता से जबरदस्ती कब्जा किया हुआ था, अभी सीबीआई और दिल्ली पुलिस की joint टीम इस घर की तलाशी में लगी हुई थी की तभी बाहर रोमेश की गाड़ी आकर रूकती है, दरवाजा खुलता है और गुस्से से उबल रहा हट्टा कट्टा रोमेश शर्मा नीचे उतर तेज रफ्तार में घर की तरफ चलना शुरू कर देता है। अरे, जानते नहीं क्या किसके घर में खड़े हो? तुम सब की नौकरियां खा जाऊंगा मैं। पुलिस वालों को चिल्लाता हुआ रोमेश शर्मा जैसे ही अपने ड्राइंग रूम में घुसता है, तो सबसे पहले उसकी नजरें नीरज कुमार पर पड़ती हैं, यह क्या तमाशा लगा रखा है… चल जल्दी बाहर निकल…साले तेरी हिम्मत कैसे हुई ये चिल्लाता हुआ रोमेश शर्मा तेज गति से नीरज कुमार की तरह बढ़ ही रहा था, की तभी नीरज कुमार उसके गाल पर एक जोर का थप्पड़ जड़ देते हैं। नीरज कुमार के एक ही थप्पड़ में रोमेश शर्मा नीचे गिर पड़ता है और तभी नीरज कुमार उसे कॉलर से घसीटते हुए उसके बेडरूम में लेकर जाते हैं जहां गधों के अंदर रुई की जगह प्रॉपर्टी के पेपर भरे हुए थे, साले ये कागज तो तेरी सहेलियों के लव लेटर है न? रोमेश शर्मा की खोपड़ी इन कागजों की तरह घूम आते हुए नीरज कुमार ये कहते हैं, तो उसकी सारी अकड़ गायब हो जाती है और अगले ही क्षण में वो उनके पैर पकड़ गिड़गिड़ाना शुरू कर देता है। मेफेयर गार्डन से रोमेश शर्मा को हौज खास पुलिस स्टेशन ले जाया जाता है। जहा इंस्पेक्टर जसवीर सिंह भी सुरेश राव को लेकर पहुंच चुके थे। राव की कंप्लेंट को आधार बनाते हुए, रोमेश शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया जाता है और अपने जीवन में आज पहली बार रोमेश शर्मा को हथकड़ी पहनने का सौभाग्य प्राप्त हो ही जाता है।
अब इसके आगे की स्टोरी आपको नेक्स्ट वीडियो में बताऊंगा।
Divanshu