जिस तरह से बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज के लिए बॉडीगार्ड रखे जाते हैं, उनको प्रोटेक्शन दिया जाता है उनकी सेफ्टी के लिए, उसी तरह कटप्पा और तिरुपति के जंगलों को भी प्रोटेक्शन देना चाहिए क्योंकि इसमें भी एक कीमती चीज है जो किसी को भी रातो रात अमीर बना सकती है और उसका नाम है लाल चंदन। लाल चंदन यह सबसे ज्यादा तब पॉपुलर हुआ जब 2021 में अल्लू अर्जुन की पुष्पा फिल्म रिलीज हुई थी।
इसी लाल चंदन को लेकर मुंबई के Bandra में तीन smugglers को पकड़ा गया था। तब उन्होंने अपने मुंह खोले और Police ने सबके सामने उनकी हकीकत बता दी।
तिरुपति और कटप्पा के जंगलों से लाल चंदन की लकड़ीया काटकर यह लोग देश-विदेश में इसे बेच देते थे, पर इसके लिए उनका पहला step होता था कि वह आसपास की शांति देखकर, लोगों को गुमराह करके लकड़ीया किसी ट्रक में भर दे। अब यह लकड़िया कुरियर से बुक कराई जाती है, पर कुरियर से बुक करना है तो कोई वहा “लाल चंदन” थोड़ी ना लिखेगा। अगर ऐसा लिखा गया तो वह पुलिस की हिरासत में आ जाएंगे और फिर लाठी डंडे खाने पड़ेंगे, जिससे कि इन Smugglers का अमीर बनने का बुखार खुद-ब-खुद उतर जाएगा। तो बुकिंग करते वक्त यह लोग कागज पर “कॉटन” के नाम से बुकिंग करते थे यानी कि कुरियर से वह कॉटन भेज रहे हैं ऐसा बताते थे। अब यह लोग इतना जुगाड़ करे और उसके साथ कोई उनकी मदद ना करें, यह तो नहीं हो सकता। यह कुरियर वाले भी इनके साथ हाथ मिलाते थे जिन्हें थोड़े से पैसे देकर बेवकूफ बनाया जाता था।
अब कुरियर मुंबई पहुंचाया जाता था और वहां का इनका जो रैकेट है वह कुरियर को receive करता था। फिर यह लकड़ी गोवा भेजी जाती थी और वहां से Hong Kong भेजी जाती थी। इनके जिस तरह से कनेक्शन बने हुए होते हैं, उस तरह से यह अपना अलग अलग तरीका आजमाते हैं। अगर इन्हें दिल्ली और जयपुर में लाल चंदन भी भेजना है तो यह गोभी के बॉक्सेस में इसे छुपा कर भेज देते थे। हां हां, गोभी, गोभी वही सब्जी जो हम खाते हैं। फिर वहां से इसे नेपाल पहुंचाया जाता था और नेपाल से दूसरी टीम इसे Hong Kong और चीन पहुंचाती थी।
एक तो यह लोग चावल, गोभी, आम, सेब, दूध ऐसी खाने की चीजों का सहारा लेकर स्मगलिंग करते हैं और ऊपर से इनका coordination भी कमाल का होता है जितना कोरियोग्राफर्स का भी नहीं होता, डांस करते वक्त। क्योंकि कोरियोग्राफी में सबको एक ही स्टेप एक साथ करनी होता है। Dancers गलती कर सकते हैं, पर smugglers नहीं।
अगर इन्हें हवाई रास्ते से लकड़िया पहुंचनी है तो यह 500 किलो से ज्यादा लकड़ियों की तस्करी नहीं करते, पर अगर शिप से पहुंचाना है तो 10 टन लकड़ियां भरी जाती है। अब रास्ते में जो जो लोग इनके साथ जुड़े होते हैं, उन्हें एक करोड़ तक की रिश्वत के देना जरूरी होता है। मतलब अगर रिश्वत खाने से अच्छा यह गोभी खा लेते तो, दिमाग को थोड़ा nutrition मिलता, पर नहीं। पर एक करोड़ तो कम से कम रकम होती है, ज्यादा से ज्यादा 7-8 करोड़ तो खिलाने पड़ते हैं।
वैसे Hong Kong और चीन में 1 किलो लकड़ी की कीमत 150 अमेरिकी डॉलर है।
सच कहे तो Hong Kong और चीन के लोगों को यहां के Smugglers उल्लू बनाते हैं। कैसे? Emotional fool बनाते हैं। वहा के लोगों के मन में एक श्रद्धा होती है, एक आस्था होती है इस लकड़ी को लेकर। चीन में तो इस लकड़ी का इस्तेमाल गौतम बुद्ध की मूर्तियां बनाने के लिए किया जाता है, साथ ही साथ यह फर्नीचर बनाने के लिए, घर के बर्तन बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। इतना luxurious Lifestyle जीने की वजह से वो मुंह मांगी रकम दे देते हैं और स्मगलर्स उसे,”ना बीवी ना बच्चा ना बाप बड़ा ना मैया, The whole thing is that
के भैया सबसे बड़ा रुपैया”, यह गाना गाकर catch करने के लिए तैयार रहते हैं।
अब तो ऐसा लग रहा है कि, यह smugglers आने वाली पुष्पा 2 के लिए नए-नए ideas दे रहे हैं। वैसे sequel में अभी भी लाल चंदन की smuggling और उसे लेकर politics तो होने ही वाला है, देखते हैं इसमें हमारा पुष्पराज किस तरह से सब को ठिकाने लगाता है।