सीमा राव को Indian Media में Wonder woman of india के नाम से जाना जाता है। वो भारत की पहली female special forces trainer हैं, जिन्होंने दो decades से भी ज्यादा वक्त तक भारत के special forces को बिना किसी compensation के trained किया है।
Seema Rao, Close Quarter battle (CQB) की specialist हैं, जो की दुश्मन से close proximity में लड़ना की Art होती है। इसके अलावा Seema rao और कई तरह की Indian forces को training देने में शामिल है। Seema Rao अपने पति Major Deepak Rao के साथ partnership में काम करती हैं।
एक Indian Freedom Fighter, प्रोफेसर रमाकांत सिनारी के घर जन्मी, Seema Rao ने Crisis Management में M.BA की हुई है। इतना ही नही Seema Rao Mr. india World Beauty pageant में Finalist भी रह चुकी है।
सीमा राव ने Indian Air Force Course में स्काइडाइविंग करके अपने Para Wings हासिल किए। वो एक combat शूटिंग instructor,एक Army Mountaineering institute की HMI Medalist है और Military Martial Arts में उनके पास 8th degree Black belt है।
Seema rao जीत कुने दो ( Jeet Kune Do), यानी Bruce lee द्वारा developed electric martial arts को पढ़ाने वाले कुथ trainers में से एक हैं। उन्होंने अपने पति दीपक राव के साथ close combat quarter के लिए ‘The Rao system Of reflex fire’ नाम की, Shooting के लिए एक नई Strategy को Co- invent किया। दोनो Rao Husband-wife ने साथ में, 15,000 soldiers को trained करने के लिए दो decades से ज्यादा के योगदान के लिए तीन Army Chief citations मिल चुके हैं।
डॉ. सीमा राव ने अपनी Life के 25 साल बिना किसी Compensation के Indian Armed Forces, Paramilitary और पुलिस के 20,000 Soldiers को trainex करने में बिताए हैं। उन्होंने आर्मी स्पेशल फ़ोर्स, NSG Black Cats, IAF के गरुड़ कमांडो फ़ोर्स, नेवी मरीन कमांडो के साथ साथ कई और लोगों के अलावा हर elite force के कमांडो को trained किया है।
Seema Rao अपने पिता प्रोफेसर रमाकांत सिनारी से inspired थीं, जिन्होंने पुर्तगाली शासन से लड़ाई लड़ी थी।
Seema Rao का इस करियर को choose करने का कारण बताया कि, उनके पिताजी एक underground rebel थे। और शायद अपने पिता की Freedom के लिए लडने की और Strength की कहानियाँ सुनकर ही वो Inspired हुई है।
कैसे उन्हें कैद किया गया था, और फिर कैसे एक साथी कैदी के साथ एक पुर्तगाली जेल से भाग गए थे, और स मंडोवी नदी में तैरकर कैसे Safe जगह तक पहुँचे, ये सारी कहानियाँ, आज भी डॉ. सीमा राव के रोंगटे खड़े कर देती है। Seema Rao के पास एक तलवार है, जो उसके पिता को उनके पिता से विरासत में मिली थी।
Seema Rao जब कमांडो के जीवन के बारे में सोचती थी तो बहुत Excited हो जाती थी। इसलिए फिर उन्होंने मार्शल आर्ट सीखना शुरू किया और Military Martial Arts, इज़राइली क्राव मागा (krav Maga) और MMA में training ली।
हालांकी उन्होंने कभी नहीं सोचा था, कि वो कमांडो को training देगी; क्योकी Seema का Career plan डॉक्टर बनना था।
और Commando Trainer बनने के लिए पहले खुद को हर तरह की Situation के लिए Trained करना जरूरी था।
क्योंकि अलग अलग तरह के इलाकों, environments और climate conditions जैसे Challenges से रूबरू होने की जरूरत है, उसने खुद को Fighting skills में specialist बनने के लिए सारी हढे पार कर दी थी।
Seema Rao ने गहरे पानी में सामने आने वाली problems को समझने के लिए Boats और Sailing के साथ-साथ स्कूबा डाइविंग (Scuba Diving) में एक Professional Course किया। ऊँची Height और ज्यादा ठंड में आने वाली problems को समझने के लिए mountain climbing में Course और जमीन पर जिंदा रहने के लिए jungle Survival रका कोर्स किया। इसके साथ साथ उन्होंने स्काईडाइविंग का कोर्स भी किया।
मौत के करीब के दो experiences का सामना करने के बाद भी, डॉ. सीमा राव कभी भी challenges से पीछे नहीं हटी।
और उनका मनना है कि किसी के करियर choices में gender का कोई role नहीं होता है। महिलाएं हर Area और field में आगे बढ रही है। और कोई भी महिला को अपने field में ऊंचाइयों तक पहुंचने से नहीं रोक सकता है। ज्यादा से ज्यादा young लड़कियां और महिलाएं Army में शामिल होने की इच्छुक हैं। उनमें से बहुत सारी combat roles निभाना चाहती हैं और ये बहुत जल्द एक possibility भी बन सकती है।
सीमा राव दो books की Co- author भी है,”Encyclopedia of close combat Ops” और “A Comprehensive Analysis of World Terrorism”। उन्होंने अपने पति के साथ भी एक किताब “Handbook of World Terrorism” भी लिखी है।
हो सकता है कि Seema Rao जैसा ही strong Character, हमें Soldier 2 में देखने को मिल जाए। जो फिल्म के Main lead soldier की हर कदम पर साथ देगी।