Baat saal 2016 ki hai, jab US me phanse ek Punjabi yuva ka video, achaanak Facebook pe viral ho gaya. Yeh aadmi khud ko Punjab ke Hoshiarpur(होशियारपुर) ka rehne waala Amarjit Singh bata raha tha.
जुड़वा होना अपने आप में ही चौकने वाली चिज़ है जिस्मे या तो वो जुडवे बच्चे एक दूसरे से अटैच रहते हैं या तो एक दूसरे के समान, और जब जब किसी परिवार में जुड़वा
इंडिया में कई ऐसे भी क्रान्तिकारी थे जो हंसते हंसते शाहिद हो गए सिर्फ और सिर्फ अपने देश को आजाद देखने के लिए , कुछ के किस्मत में आजादी देखनी थी तो किसी के किस्मत
अपने सपनों को कैसे पूरा करना है और उससे जीना कैसे है वो हमें मनोज पांडे से सीखना चाहिए क्योंकि उन्होंने कैसे अपने सपनों को जिंदा रखा और पूरा भी किया जो कि तारीफ के
साल 2007 में दोपहर के 2:30 बजे Nellis Air Force base जिसे Area 2 भी कहा जाता है, वहां पर पेट्रोलिंग (Patrolling) करने वाले जवानों ने कंट्रोल रूम में एक मैसेज भेजा,”हेलो, यहां पर एक
भारत को आज़ाद कारवाना कोई आसान काम नहीं था, उसमें कितने लोगों ने अपनी जान गंवाई थी यह वही जानते थे और बहुत ऐसे क्रांतिकारी भी है जिन्को वो नाम और पहचान नहीं मिली जिसके
काई बार ऐसा होता है कि कुछ जुड़वे लोग अपने अष्तितवा को लोगो को सामने ऐसे रखते हैं कि उनकी कहानी हमें सदियां तक याद रहती है जिसमें कुछ अपने जुडवे होने का मौका गलत
भारत कभी अपने पहले सैनिक की कहानी नहीं भूल सकता है कि कैसे उन्होंने अपने देश अपने हक के लिए लड़ा था। जब जब बात इंडियन आर्मी को लीड करने की आती है तब तब